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भारतीय कृषि: समस्याएँ और समाधान ।

Leave a Comment / By Abhinagya Tiwari / May 26, 2023

भारत की स्वतंत्रता को कई दशक बीत चुके हैं, हाल ही में हमने 74वाँ गणतंत्र दिवस मनाया है। 1947 से अब तक देश के हर क्षेत्र ने पर्याप्त विकास किया है। आज भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम विश्व के सफलतम अंतरिक्ष कार्यक्रमों में शामिल है, भारतीय सेना विश्व की सबसे ताकतवर सेनाओं में सम्मिलित है तथा भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की पाँच सबसे मजबूत अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। अन्य क्षेत्रों में भी भारत नियमित रूप से विकास की नई कहानियाँ लिख रहा है।इन उपलब्धियों के बावजूद एक ऐसा क्षेत्र भी है जो आज भी विकास की दौड़ में कहीं पीछे रह गया है। खाद्य सुरक्षा, ग्रामीण रोजगार जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला कृषि क्षेत्र आज भी उस स्थिति में नहीं पहुँच पाया है जिसे संतोषजनक माना जा सके। इसका परिणाम यह हुआ है कि कृषि पर निर्भर देश के करोड़ों लोग आज भी बेहद अभावों में जीवन जीने को विवश हैं और कई बार ये कृषि के माध्यम से अपनी बुनियादी जरूरतें भी नहीं पूरी कर पाते हैं।भारतीय कृषि के अपर्याप्त विकास के मूल में कुछ ऐसी समस्याएँ हैं जिन्हें दूर किये बिना कृषि का विकास संभव नहीं है, ये समस्याएँ निम्नलिखित हैं..

1- भारत के ज्यादातर किसानों के पास कृषि में निवेश के लिये पूँजी का अभाव/ कमी है। आज भी देश के ज्यादातर किसानों को व्यावहारिक रूप में संस्थागत ऋण सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता। कई बार किसानों के पास इतनी भी पूँजी नहीं होती कि वे बीज, खाद, सिंचाई जैसी बुनियादी चीजों का भी प्रबंध कर सकें। इसका परिणाम यह होता है कि किसान समय से फसलों का उत्पादन नहीं कर पाते अथवा अपर्याप्त पोषक तत्वों के कारण फसलें पर्याप्त गुणवत्ता की नहीं हो पाती हैं। इसके साथ ही पूंजी के अभाव में किसान को निजी व्यक्तियों से ऊँची ब्याज दर पर ऋण लेना पड़ता है जिससे उसकी समस्याएँ कम होने की जगह बढ़ जाती हैं। इस संबंध में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिये काफी मददगार साबित हो रही है। इससे किसानों की कृषि संबंधी बुनियादी जरूरतों की पूर्ति करने में काफी हद तक सहायता मिल जाती है।

2- भारत के अधिकांश हिस्सों में आज भी सिंचाई सुविधाओं की कमी है। निजी तौर पर सिंचाई सुविधाओं का प्रबंध वही किसान कर पाते हैं जिनके पास पर्याप्त पूँजी उपलब्ध है क्योंकि सिंचाई उपकरणों जैसे ट्यूबवेल स्थापित करने की लागत इतनी होती है कि गरीब किसानों के लिये उसे वहन कर पाना संभव नहीं है। इस प्रकार अधिकांश किसान मानसून पर निर्भर हो जाते हैं और समय पर वर्षा न होने पर उनकी फसलें खराब हो जाती हैं और कई बार निर्वाह लायक भी उत्पादन नहीं हो पाता। इसी तरह अधिक वर्षा होने पर या विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के कारण भी फसलें खराब हो जाती हैं और किसान गरीबी के दलदल में फंसता जाता है।

3- भारतीय किसानों की एक बड़ी आबादी के पास बहुत कम मात्रा में कृषि योग्य भूमि उपलब्ध है। इसका एक बड़ा कारण बढ़ती हुई जनसंख्या भी है। इसके परिणामस्वरूप कृषि किसानों के लिये लाभ कमाने का माध्यम न होकर महज निर्वाह करने का माध्यम बन गई है जिसमें वे किसी तरह अपना और अपने परिवार का निर्वाह कर पाते हैं। भारतीय कृषि क्षेत्र प्रछन्न बेरोजगारी की भी समस्या से जूझने वाला क्षेत्र है।

4- किसानों को अक्सर उनकी उपज की पर्याप्त कीमत नहीं मिलती है, इसका एक बड़ा कारण यह है कि वे अपनी फसलों को विभिन्न कारणों से जैसे ऋण चुकाने के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कम कीमतों पर ही बेंच देते हैं। जिसके कारण उन्हें काफी हानि का सामना करना पड़ता है।

5- कुछ अन्य कारणों में कृषि में आधुनिक उपकरणों और तकनीकों का प्रयोग न कर पाना, परिवहन सुविधाओं की कमी, भंडारण सुविधाओं में कमी, परिवहन की सुविधाओं में कमी, अन्य आधारभूत सुविधाओं का अभाव तथा मिट्टी की गुणवत्ता में कमी के कारण उपज में आती कमी इत्यादि समस्याएँ शामिल हैं।भारत सरकार इस क्षेत्र में सुधारों और किसानों की आय दोगुनी करने के लिये 7 सूत्रीय रणनीति पर काम कर रही है।

1- प्रति बूंद-अधिक फसल रणनीति (Per Drop More Crop)- इस रणनीति के तहत सूक्ष्म सिंचाई पर बल दिया जा रहा है। इससे कृषि क्षेत्र में प्रयुक्त होने वाले पानी की मात्रा में कमी आएगी, इससे जल संरक्षण के साथ ही सिंचाई की लागत में भी कमी आएगी। ये रणनीति पानी की कमी वाले क्षेत्रों में विशेष रूप से लाभदायक है।

2- कृषि क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले बीजों का प्रयोग करने पर बल दिया जा रहा है साथ ही खेतों में उर्वरकों की उतनी ही मात्रा का प्रयोग करने करने के लिये जागरूकता का प्रसार किया जा रहा है जितनी मात्रा मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार प्रयोग करना उचित है। इससे मृदा की गुणवत्ता में सुधार होगा साथ ही उर्वरकों पर होने वाले खर्च में भी प्रभावी कमी आएगी। इससे मृदा और जल प्रदूषण में भी कमी आएगी।

3- कृषि उपज को नष्ट होने से बचाने के लिये गोदामों और कोल्ड स्टोरेज पर निवेश को बढ़ाया जा रहा है। इससे उपज की बर्बादी रुकेगी, खाद्य सुरक्षा की स्थिति और मजबूत होगी तथा शेष उपज का अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में निर्यात भी किया जा सकता है।

4- खाद्य प्रसंस्करण के माध्यम से कृषि क्षेत्र में मूल्यवर्धन को बढ़ावा दिया जा रहा है। भारत में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में अपार संभावनाएँ निहित है।

5- उपज का सही मूल्य दिलाने के लिये राष्ट्रीय कृषि बाजार के निर्माण पर बल दिया गया है। इससे देशभर में कीमतों में समानता आएगी और किसानों को पर्याप्त लाभ मिल सकेगा।

6- भारत में हर साल अलग-अलग क्षेत्रों में सूखे, अग्नि, चक्रवात, अतिवृष्टि, ओले जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसलों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। इन जोखिमों को कम करने के लिये वहनीय कीमतों पर फसल बीमा उपलब्ध कराया गया है। हालाँकि इसका वास्तविक लाभ अब तक पर्याप्त किसानों को नहीं मिल पाया है, इसका लाभ अधिकांश लोगों तक पहुँचे इसके लिये उपाय किये जाने चाहिये।

7- विभिन्न योजनाओं के माध्यम से डेयरी, पशुपालन, मधुमक्खी पालन, पोल्ट्री, मत्स्य पालन इत्यादि कृषि सहायक क्षेत्रों के विकास पर बल दिया जा रहा है। चूंकि देश के अधिकांश कृषक इन चीजों से पहले से ही जुड़े हुए हैं अत: इसका सीधा लाभ उन्हें मिल सकता है। आवश्यकता है जागरूकता, पशुओं की नस्ल सुधार जैसे कारकों पर प्रभावी तरीके से काम किया जाए।चूंकि देश की अधिकांश आबादी कृषि पर ही निर्भर है अत: देश में गरीबी उन्मूलन, रोजगार में वृद्धि, भुखमरी उन्मूलन इत्यादि तभी संभव है जब कृषि और किसानों की हालत में सुधार किया जाए। उपरोक्त उपायों को यदि प्रभावी तरीके से लागू किया जाए तो निश्चित तौर पर कृषि की दशा में सुधार आ सकता है। इससे इस क्षेत्र में व्याप्त निराशा में कमी आएगी, किसानों की आत्महत्या रुकेगी, और खेती छोड़ चुके लोग फिर से इस क्षेत्र में रुचि लेने लगेंगे।

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किसान सुविधा प्री पेड कार्ड का विधिवत शुभारंभ

एजेंसियां – नई दिल्लीचैंबर ऑफ बिजनेस व इंटर प्रेन्योर इंडिया कौंसिल के निदेशक सौरभ मित्रा ने नई दिल्ली स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में एक पत्रकार वार्ता में किसान सुविधा प्री पेड कार्ड का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस मुहिम को लागू करने के लिए किसान मित्र रखे गए हैं और वे गांव-गांव जाकर किसानों को इस योजना के संबंध में जागरूक करेंगे और किसानों को इस योजना से जुड़े सारे लाभ के बारे में अवगत करवाएंगे। यह एक बहुत ही बेहतरीन योजना है और जल्द ही सारे भारत में यह योजना लागू हो जाएगी और किसानों को इसका जल्द ही फायदा भी मिलने लगेगा |

इस मौके पर सौरभ मित्रा ने बताया कि इस कार्ड के जरिए देश भर के किसान न केवल सही दाम पर उर्वरक और बीज खरीद सकेंगे बल्कि वे खेती के काम में इस्तेमाल होने वाले औजार और उपकरण भी उचित दामों पर अब खरीद पाएंगे। सौरभ मित्रा ने पत्रकारों को बताया कि यह किसान सुविधा कार्ड बहुत बेहतर है और इसके माध्यम से किसान सरकारी मान्यता प्राप्त एनबीएफसी कंपनी से छोटा कर्ज फौरी तौर पर ले सकेंगे। इससे वे साहूकारों के चंगुल से बच जाएंगे। किसान सुविधा कार्ड के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठाया जा सकता है। वहीं सरकारी रियायत के भी अब किसान हकदार होंगे।

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Farmer facility in Garhwa (Jharkhand), prepaid card will be started, will be able to buy fertilizers, seeds and equipment.

Kishan Suvidha Card was inaugurated in Garhwa on Sunday. The Kishan Suvidha Card was inaugurated by Saurabh Mitra, Director, Chamber of Business and Entrepreneur India Council. On this occasion, Mitra said that now farmer friends from all over the country will go to every village and connect the farmers with this scheme. In this way, soon the farmers of the whole country will be able to take advantage of this wonderful scheme. He said that through this card, farmers across the country will not only be able to buy fertilizers and seeds at the right price. Rather, you will be able to get the tools and equipment used in farming at reasonable rates.

He informed the journalists that through the Kishan Suvidha Card, the farmer can also get a small loan from the government recognized NBFC company Will be able to take it easily. At the same time, you will be saved from getting trapped in the clutches of moneylenders. Farmers will also be able to take advantage of various government schemes through the Kishan Suvidha Card. At the same time, you will also be able to get the concession given by the government.

Shopping can also be done through this card. Kishan Suvidha Card is the farmer’s own account. Through which money can be taken. Due to which they will get all the facilities which are available only in the cities today. On this occasion, Chief Guest Archana Prakash, State Coordinator Sarwar Khan, State Project Incharge Sushanto Vardhan, Zonal Incharge Bhisma Kumar, District Incharge Neeraj Kumar Pal, Chief Nandkishore Turi, Parshuram Verma etc were present.

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Inauguration of Kishan Suvidha Kendra in Rangamod( Devghar)

Baidyanathdham (Nis).

India District Council President Kiran Kumari, State Coordinator Sarwar Khan, State Project Incharge Sushant Vardhan, District under the leadership of Saurabh Mitra, Director of the Chamber of Business and Entrepreneur India Council, located near Rangamod on Sunday regarding the government’s ambitious scheme Kisan Yojana Digitization. Incharge Ranjit Kumar Mandal and Shiv Shankar Mandal, Chief Nandkishore Turi, Parshuram Verma, Chamber of Commerce’s Ravi Kesari and Sarath chief Gautam Ramani jointly did it. On the occasion, Jeep President Kiran Kumari said that prepaid cards have been arranged for farmers through Kisan Suvidha Kendra. Through which many facilities will be given to the farmers. He told that through this card, the subsidy for the purchase of seeds, fertilizers and other chemicals will also go to this account. which can be withdrawn.

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Kisan Suvidha Facilitation Center opened in Barmasia.

(Deoghar)/ The District Center of Kisan Suvidha was inaugurated in Barmasia by Sourav Mitra, Director of Chamber of Business and Entrepreneur Council.

In which, while launching the Kisan Suvidha Prepaid Card, he said that now Kisan Mitra will go from village to village and connect the farmers with this scheme, in this way soon the farmers of the whole country will be able to take advantage of this excellent scheme.

He told that through one card, farmers across the country will not only be able to buy fertilizers and seeds at the right price, but also get the tools and equipment used in farming at reasonable rates. Farmers Government through Kisan Suvidha Card Send Favorite [Small loans] can also be taken from recognized NBFC company and they can be saved from getting trapped in the clutches of moneylenders. Through Kisan Suvidha Card, farmers will also be able to take advantage of various government schemes. They will also be given the benefit of the concession given by the government. Buying and selling can also be done through the card, farmer facility has its own account through which the money will be taken or given.

District Council President Kiran Kumari, State Coordinator Sarwar Khan, State Project Incharge Sushanto Bardhan, Zonal Incharge Ajay Kumar Mehta, District Incharge Ranjit Kumar Mandal, Shivshankar Mandal, Chamber of Commerce Ravi Keshari, Sarath chief Gautam Ramani, Chief Nandkishore Turi, Parshuram were present on the occasion. Verma was present.

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New district centre arrived .

New district centre arrived in all over India in different places and different states.like bihar , jharkhand,Delhi…ETC.

If you could provide more information or context about the “Kishan Suvidha Card” you are referring to, I would be glad to assist you further and provide more accurate information.The agricultural sector is the backbone of India’s economy, and ensuring the welfare and prosperity of farmers is crucial for overall development. In a significant step towards empowering farmers, the introduction of Kishan Suvidha Centers has brought accessible information and essential services closer to the farming community. These centers aim to revolutionize the way farmers access agricultural resources and support, fostering their growth and productivity. Let’s delve into the significance and impact of Kishan Suvidha Centers.

Crop Fields: Images of lush green crop fields showcasing different crops such as rice, wheat, corn, or cotton.

Farmers at Work: Pictures of farmers engaged in various agricultural activities like plowing, sowing seeds, harvesting crops, or tending to livestock.

Farming Equipment: Images showcasing modern farming equipment and machinery like tractors, harvesters, irrigation systems, or threshers.

Rural Landscapes: Photographs capturing the serene and picturesque countryside, including rural villages, farmhouses, or scenic landscapes.

Agricultural Markets: Pictures depicting farmers’ markets, where farmers sell their produce directly to consumers, showcasing colorful fruits, vegetables, and other agricultural products.

Agricultural Techniques: Images highlighting innovative and sustainable farming practices such as organic farming, hydroponics, vertical farming, or agroforestry.

Livestock and Dairy Farming: Pictures showcasing livestock animals like cows, buffaloes, goats, or poultry, as well as dairy farms and milk processing units.

Agricultural Festivals: Photographs capturing traditional agricultural festivals in India, such as Pongal, Baisakhi, Makar Sankranti, or Onam.

You can search for these topics on stock photo websites or use specific keywords to find relevant images related to Indian agriculture and farmers
If you’re looking for pictures related to agricultural workers or farmers in India, here are some suggestions:

Farmers in Fields: Images depicting farmers working in the fields, engaged in activities such as planting, harvesting, or tending to crops.

Traditional Farming Practices: Pictures showcasing farmers using traditional methods like bullock plowing, hand-operated tools, or manual irrigation.

Women in Agriculture: Photographs highlighting the significant role of women in agriculture, including images of women farmers working in fields or managing live.

Market Prices: Farmers can check the latest prices of agricultural commodities in various markets across India, helping them make informed decisions about selling their produce.

Plant Protection: Information on crop pests, diseases, and their management is available to assist farmers in taking appropriate measures to protect their crops.

Crop Insurance: Farmers can access information about various crop insurance schemes, their coverage, and the process to enroll in them.

Soil Health: The app provides information on soil health and fertility management practices, enabling farmers to take measures to improve soil health.

Agriculture Inputs: Farmers can get details about agricultural inputs such as seeds, fertilizers, pesticides, and their availability in nearby markets.

Farm Machinery: Information on farm machinery, including rental services and custom hiring centers, is available to assist farmers in accessing mechanized farming equipment.

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“Upcoming Events at Kishan Suvidha: Join Us for a Range of Exciting Opportunities!”

Hello everyone,

We are excited to announce some upcoming events that will be taking place at Kishan Suvidha in the coming weeks. These events are designed to provide valuable insights and resources for farmers, and we encourage all interested individuals to attend.

Here are the details:

  1. Farmer’s Workshop: On the 15th of this month, we will be hosting a farmer’s workshop at our Kishan Suvidha Kendra in the city. This workshop will provide information on the latest farming techniques, as well as practical tips and advice on how to increase crop yield and improve soil health. The workshop is free to attend, and all farmers are welcome.

  2. Seed Exchange Day: On the 22nd of this month, we will be hosting a seed exchange day at our Kishan Suvidha Mitra center. This event will provide farmers with an opportunity to exchange seeds with other farmers, as well as learn about new seed varieties and best practices for seed storage and preservation. The event is free to attend, and all farmers are welcome.

  3. Market Intelligence Seminar: On the 30th of this month, we will be hosting a market intelligence seminar at our Kishan Suvidha District Center. This seminar will provide farmers with valuable insights into market trends, as well as tips on how to maximize profits and reduce costs when selling their crops. The seminar is free to attend, and all farmers are welcome.

We hope to see you at these upcoming events. For more information, please contact our team at Kishan Suvidha.

Best regards,

The Kishan Suvidha Team