आज से कुछ दिन बाद बकरीद मनाया जाएगा। जिसको देखते हुए बाजार में उन नस्ल के बकरों की मांग बढ़ गई है, जिनका वजन 55 से 60 किलोग्राम तक है।
आज से कुछ दिन बाद यानि कि 29 जून को देशभर में बकरीद मनाया जाएगा। इस्लाम धर्म में इस पर्व का काफी महत्व है। मुस्लिम समुदाय में बकरीद को सबसे पवित्र त्योहारों में से एक माना जाता है। हर साल लोग इसे धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं। बकरीद में बकरे की भूमिका अहम होती है। क्योंकि इस त्योहार में बकरे की ही कुर्बानी दी जाती है। ऐसे में बाजार में इस वक्त वैसे नस्ल के बकरों की मांग काफी बढ़ गई है। जिनका वजन 55 से 60 किलोग्राम तक होता है। लोग ऐसे बकरों के लिए मुंह मांगी कीमत तक देने को तैयार हैं। तो आइये बकरों के कुछ खास नस्लों पर एक नजर डालें।
बांटने के लिए ज्यादा वजन वाले बकरों की डिमांड
आम दिनों में बकरे बाजार में 20 से 25 किलोग्राम तक के उपलब्ध होते हैं। लेकिन बकरीद में कुर्बानी के बाद कई लोगों के बीच बकरे की मीट को बांटा जाता है। ऐसे में लोग इस त्योहार में बड़े से बड़ा व मोटा ताजा बकरा खरीदना पसंद करते हैं। ताकि कम खर्च में वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को मीट बांट सकें। वहीं, बकरीद में बकरे की कीमत भी आसमान छूने लगती हैं। बता दें कि बकरे के ऐसे कई नस्ल हैं, जिनका वजन आम तौर पर 40 से 55 किलोग्राम तक होता है। वहीं, दो से तीन नस्ल ऐसे भी होते हैं, जिनका वजन 60 किलो के पार होता है। इस नस्ल के बकरों को बकरीद के मौके पर काफी पसंद किया जाता है।
इस नस्ल के बकरे की खासियत
इस वक्त बाजर में गोहिलवाड़ी नस्ल के बकरों की खूब डिमांड है। क्योंकि इस नस्ल के बकरों का वजन 50 से 55 किलोग्राम तक होता है. यह ज्यादातर गुजरात में पाए जाते हैं। इस नस्ले के बकरों की संख्या काफी कम है. यह काले रंग के होते हैं। खास बात यह है कि इनके सींग देखने में मोटे व मुड़े हुए होते हैं।
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